हिंदी कहानियां - भाग 172
पहला क्रश हमेशा रहेगा याद
पहला क्रश हमेशा रहेगा याद मेरी लाइफ में पहला क्रश तब हुआ जब मैं फर्स्ट ईयर में था। मैंने फिजिक्स की कोचिंग जॉइन की थी। पहले दिन हम सभी बच्चे अपनी-अपनी सीट पर बैठे सर का इंतजार कर रहे थे कि तभी एक लड़की ग्रीन टॉप और ब्लैक जीन्स में आई। पहले ही दिन वह मुझे इतनी पसंद आ गई कि मैं उस रात सो भी नहीं पाया। आंख बंद करूं तो उसका चेहरा नजर आए, आंखें खोलूं तो ऐसा लगे जैसे वह मेरे सामने खड़ी है। मैंने उसी वक्त यह तय कर लिया कि उसे ही अपनी गर्लफ्रेंड बनाऊंगा। दूसरे दिन मैंने उससे उसका नाम पूछा तो उसने राखी बताया। धीरे-धीरे हमारी बातचीत शुरू हो गई। हम एक-दूसरे को मेसेज करने लगे। मेसेज में हाल-चाल से लेकर खाने तक की बातें होने लगीं। हमारी फ्रेंडशिप गहरी होती गई। मैं उसे मन ही मन चाहने लगा था, लेकिन प्रपोज करने में डरता था। उसके साथ एक साल कैसे बीत गया, पता ही नहीं चला था। अब सेकंड ईयर में हमने फिर से वही कोचिंग जॉइन की है। इस बार मैंने उसे प्रपोज करने का मन बना लिया था। मेरे प्रपोजल से पहले ही उसने बता दिया कि उसकी सगाई हो चुकी है। मेरा दिल उसी वक्त टूट गया, लेकिन फिर भी दिल ने उसे प्यार करना नहीं छोड़ा।